द्वार तेरे माँ जो आए मंगिया मुरा पा गया
द्वार तेरे माँ जो आए,मंगिया मुरादान पा गए,बस्ती रहे माँ विच जंगला तेराचानण जग विच छा गया——2 सुख दे नाल हजारो मुईयां दुख में ना कोईसाथी है सुख विच तैनु भूली जांदे, दुःख विच कैहदे दाती है।अमर रहे तेरा ध्यान भगत चरणो में शीश झुका गए। वस्ती रहे माँ विच जंगला तेरा चानण जग विच … Read more