मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं, मैं और क्या मांगूं शंकर से !
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं, मैं और क्या मांगूं शंकर से !!
मेरे मन में उनके डेरे हैं, मैं और क्या मांगूं शंकर से !
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं !!
मैंने बहुत बार खायी ठोकर, गिरते को संभाला है उसने !
औकात मेरे से ऊपर ही, कितना कुछ दे डाला उसने !!
मेरे पार लगाये बेढे हैं, हर वक़्त वो नेढ़े नेढ़े हैं !
मेरे दिन बाबा ने फेडे हैं, मैं और क्या मांगूं शंकर से !!
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं, मैं और क्या मांगू शंकर से !
मैं जब से शिव का भक्त हुआ, मेरे दिल से बिदा हुई नफरत !
पशु पक्षियों से भी प्रेम हुआ, मासूम सी हो गयी ये फितरत !
सब चेहरे उसके चेहरे हैं, उसके ही अँधेरे सवेरे हैं !!
शिव प्रेम ही मुझको घेरे है, मैं और क्या मांगू शंकर से !
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं, मैं और क्या मांगूं शंकर से !!
भोले ने दिया है ये जीवन, भोले के नाम पे है जीवन !
रवि राज के दिल में है शंकर, ऐसे ही नहीं चलती धड़कन !!
हर सांस पे उनके पहरे हैं, सब रस्ते उनपे ठहरे हैं !
मेरे सब दिन रात सुनहरे हैं, मैं और क्या मांगू शंकर से !!
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं, मैं और क्या मांगू शंकर से !
चिटा ता तेरा चोला काला डोरा, ओ शम्भुआ हथे सोठी हो !
चिटा ता तेरा चोला काला डोरा, ओ शम्भुआ हथे सोठी हो !!
ओ या हे
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं, मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं !
मैं और क्या मांगू शंकर से !!