शेर सवारी चढ़के ओ मईया अदभूत रूप धराया

शेर सवारी चढ़के ओ मईया शेर सवारी चढ़ के ओ मईया
अदभूत रूप धराया पर्वत डेरा लाया ओ माँ ने पर्वत डेरा लाया-2

किने विता मईया तेरा भवन बनाया किने कलश लगाया।
ओ मां ने पर्वत डेरा लाया ओ माँ ने पर्वत डेरा लाया ।।

पाँजे वीता पांडवे मईया भवन बनाया, कृष्णा ने कलश लगाया।
ओ मां ने पर्वत डेरा लाया ओ माँ ने पर्वत डेरा लाया ।।

सोने की गड़वी में गंगा जल पानी-१, स्नान कराने आया पर्वत डेरा लाया
ओ मां ने पर्वत डेरा लाया ओ माँ ने पर्वत डेरा लाया ।।

धिस घिस चनणों में भरुंआ कटोरी, तिलक लगाने आया पर्वत डेरा लाया
ओ मां ने पर्वत डेरा लाया ओ माँ ने पर्वत डेरा लाया ।।

नंगे -२ पैर मईया अकबर आया, सोने दा छतर चढ़ाया पर्वत डेरा लाया
ओ मां ने पर्वत डेरा लाया ओ माँ ने पर्वत डेरा लाया ।।

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