कौन से जप तप किये मेरी राधे श्याम न छोड़ा जाए…
1) हरे बांस की बनी रे मुरलिया…4,
मोतियन से जड़वाये…
मुरलिया राधे से बतलाये…2
कौन से जप तप…
2) बारह छेद करे मुरली में…4,
फिर भी कहर ये ढाये…
मुरलिया राधे से बतलाये…2,
कौन से जप तप…
3) जब ये मुरलिया अधरन पहुंची… 4,
मन्द मन्द मुस्काये…
मुरलिया राधे से बतलाये… 2,
कौन से जप तप…
4) जब ये मुरली ब्रजमण्डल पहुंची… 4,
झूम रहा संसार… मुरलिया
राधे से बतलाये… 2,
कौन से जप तप…
5) ऋषि मुनि कोई भेद न जाने… 4,
कोई न जाने सार…
मुरलिया राधे से बतलाये…
कौन से जप तप…2